बहारों की हो मलिका,
तुम ग़ज़ल और गीत हो मेरी,
इजाजत हो अगर तो मैं,
सुनाऊ पास आ कर,
जुल्फों की बदलियों में जो छुपा है,
चाँद का टुकड़ा,
इजाजत हो अगर तो देख लूँ,
जुल्फों को हटा के |
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