IND vs SA: भारत की टी20 अंतरराष्ट्रीय में तीसरी सबसे बड़ी जीत, साउथ अफ्रीका को 135 रन से हराया
भारत ने दक्षिण अफ्रीका को चौथे टी20 मैच में 135 रनों से हराकर सीरीज 3-1 से अपने नाम कर ली। जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने संजू सैमसन और तिलक वर्मा की शानदार शतकीय पारियों के दम पर 20 ओवर में 283 रन बनाए। इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 148 रन बनाकर आउट हो गई, जिससे भारत ने 135 रनों से जीत दर्ज की।
भारत की रनों के हिसाब से तीसरी सबसे बड़ी जीत
इस मैच में भारत ने रनों के हिसाब से अपनी तीसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इससे पहले, भारत ने 2023 में न्यूजीलैंड को 168 रनों से हराया था, जबकि 2018 में आयरलैंड को 143 रन से हराया था। अब भारत की इस जीत ने ऑस्ट्रेलिया को भी पीछे छोड़ते हुए तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के लिए यह उनकी सबसे बड़ी हार रही है।
संजू और तिलक का ऐतिहासिक प्रदर्शन
भारतीय टीम की शुरुआत शानदार रही, जिसमें संजू सैमसन और तिलक वर्मा के बीच 210 रन की अविजित साझेदारी हुई। संजू ने 56 गेंदों में 109 रन बनाए, जबकि तिलक ने 47 गेंदों पर 120 रन बनाकर अपनी शतकीय पारी खेली। यह दोनों बल्लेबाजों के लिए सीरीज में दूसरा शतक था और साथ ही यह पहला मौका था जब एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में दो बल्लेबाजों ने शतक बनाए।
साउथ अफ्रीका की पारी ढह गई
दक्षिण अफ्रीका की पारी की शुरुआत ही बेहद खराब रही और उसने पावरप्ले में ही चार विकेट गंवा दिए। इसके बाद, ट्रिस्टन स्टब्स और डेविड मिलर ने कुछ साझेदारी बनाई, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के दबाव के सामने उनकी पारी ज्यादा लंबी नहीं चल सकी। स्टब्स ने 43 रन बनाए, जबकि मिलर ने 36 रन की पारी खेली।
भारत के गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
भारत के लिए अर्शदीप सिंह ने तीन विकेट झटके, जबकि वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने दो-दो विकेट लिए। हार्दिक पांड्या, रमनदीप सिंह और रवि बिश्नोई ने एक-एक विकेट लिया।
सामूहिक प्रदर्शन और रिकॉर्ड्स की झड़ी
इस मैच में भारतीय टीम ने कुल 23 छक्के लगाए, जो किसी भी टी20 मैच में भारत की ओर से सबसे अधिक हैं। कुल मिलाकर, भारत ने 283 रन के साथ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर बनाया। इसके साथ ही यह भी पहली बार हुआ जब दो बल्लेबाजों ने एक ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में शतक बनाए।
भारत की यह जीत क्रिकेट के इतिहास में एक अहम मील का पत्थर साबित हुई है, जिसमें टीम ने सिर्फ जीत ही नहीं, बल्कि रिकॉर्ड्स की भी झड़ी लगाई।
तिलक वर्मा को मैन ऑफ दी मैच और मैन ऑफ दी सीरीज चुना गया।